- Mahakal Temple: अवैध वसूली के मामले में हुआ चौंकाने वाला खुलासा, एक आरोपी निकला HIV पीड़ित; सालों से मंदिर में कर रहा था काम ...
- महाकाल मंदिर में बड़ा बदलाव! भस्म आरती में शामिल होना अब हुआ आसान, एक दिन पहले मिलेगा भस्म आरती का फॉर्म ...
- भस्म आरती: मंदिर के पट खोलते ही गूंज उठी 'जय श्री महाकाल' की गूंज, बाबा महाकाल का दिव्य श्रृंगार कर भस्म अर्पित की गई!
- भस्म आरती: मकर संक्रांति पर बाबा महाकाल का किया गया दिव्य श्रृंगार, तिल्ली के लड्डू से सजा महाकाल का भोग !
- मुख्यमंत्री मोहन यादव का उज्जैन दौरा,कपिला गौ-शाला में गौ-माता मंदिर सेवा स्थल का किया भूमि-पूजन; केंद्रीय जलशक्ति मंत्री श्री सी.आर. पाटिल भी थे मौजूद
शरद पूर्णिमा पर कई आयोजन:महाकाल मंदिर में दूध वितरण, कोटेश्वर महादेव मंदिर में साढ़े पांच बजे पूजा
आज शरद पूर्णिमा पर शहर में कई आयोजन होंगे। सबसे प्रमुख आयोजन महाकाल मंदिर में होगा। यहां शाम की आरती के बाद भगवान महाकाल को केसरिया दूध का भोग लगाया जाएगा। इसके बाद यह दूध श्रद्धालुओं को वितरित किया जाएगा। हालांकि बुधवार सुबह भस्म आरती के बाद भी भगवान महाकाल को 56 भोग और केसरिया दूध का भोग लगाया गया।
इतना ही नहीं कई जगहों पर खीर की प्रसाद का वितरण भी किया जाएगा। शाम 5.30 बजे महाकाल मंदिर परिसर में बने कोटेश्वर महादेव की विशेष पूजा की गई। वहीं पीर मत्स्येंद्रनाथ की समाधि पर चादर चढ़ाई जाएगी।
इधर, इंदिरा नगर में डॉ. प्रकाश जोशी ने श्वांस रोगियों को औषधि युक्त खीर का वितरण किया। यह प्रसाद लेने के लिए उज्जैन के अलावा दूर-दराज से लोग आए थे। पूरी रात भजन-पूजन के बाद खीर प्रसाद का वितरण किया गया। डॉ. जोशी ने कहा खीर खाने के बाद सभी को सौ से पांच सौ कदम पैदल भी चलाया गया।
आज रात्रि जागरण का भी विशेष महत्व है इसलिए पूरी रात भजन व पूजा अर्चना के आयोजन चलते रहे। डॉ. जोशी ने कहा कि इस दौरान दमे से बचाव के लिए कुछ महिलाओं का कर्णभेदन संस्कार भी किया गया।